| 1. | पितर पूजा से शुरु हुआ “धर्म”-रोमेंद्र सिंह भदोरिया
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| 2. | पितर पूजा का भी भारी महत्व है।
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| 3. | पितर पूजा का भी भारी महत्व है।
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| 4. | पितर पूजा से शुरु हुआ “धर्म”-
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| 5. | यह स्पष्टत: पितर पूजा ही है।
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| 6. | पितर पूजा से शुरु हुआ धर्म
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| 7. | गीता जी का नित्य पाठ, पितर पूजा (श्राद्ध निकालना) करती थी।
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| 8. | किसी प्रकार की पितर पूजा, श्राद्ध निकालना आदि कुछ नहीं करना है।
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| 9. | नारियल, सिंदूरदान, पितर पूजा की सामग्री, आदि आदि ।
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| 10. | प्राचीन हिन्दुओ मे भी इस पितर पूजा के उदाहरण देखने को मिलते है।
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